बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- स्काउअरिंग (Scouring) या स्वच्छ करना क्या होता है? संक्षिप्त में समझाइए |
उत्तर -
सफाई (Scouring) - इस प्रक्रिया के द्वारा ऊन की सफाई एवं धुलाई की जाती है। ऊन के रेशों में बहुत-सी गंदगी विद्यमान होती है, जैसे पसीने की गंदगी, चिकनाई, धूल के कण तथा अन्य गंदगियाँ। इन गंदगियों को साफ करना आवश्यक होता है। इन्हें साफ करने के बाद ही आगे की प्रक्रिया के लिए भेजा जाता है। ऊन को साफ करने की यही प्रक्रिया स्काउअरिंग (scouring) कहलाती है। ऊन को साफ करने की तीन मुख्य विधियाँ होती हैं, जो निम्नलिखित है -
(i) साबुन का घोल द्वारा (Scouring with soap solution)
(ii) वाष्पित घोलक (Scouring by volatile solvent)
(iii) कार्बोनाइजिंग (Carbonizing)
(i) साबुन का घोल द्वारा (Scouring with Soap Solution) - धुलाई की यह प्रक्रिया मशीनों द्वारा करायी जाती है। मशीनों में स्वाचालित रैक लगे होते हैं। ऊन को घोल में डुबोकर अच्छी तरह से निचोड़ लेते हैं। इस प्रक्रिया को कहीं-कहीं हाथों के द्वारा भी सम्पन्न किया जाता है। धुलाई के लिए चार बड़े-बड़े हॉज का उपयोग किया जाता है। सबसे पहले हौज में गर्म पानी में साबुन का घोल बनाया जाता है, इस घोल में ऊन के रेशों को डाला जाता है। बाकी के हॉज में (दूसरे, तीसरे और चौथे) साफ पानी रखा जाता है। पहले वाले हॉज (साबुन वाले) में डालने के बाद रेशों को दूसरे, तीसरे तथा चौथे हौज में डालकर बारी-बारी से खंगाला जाता है। ताकि साबुन का झाग पूरी तरह से निकल जाए। इसके बाद रेशों को गर्म हवा या भाप द्वारा सुखा लिया जाता है। इससे रेशे स्वच्छ, सफेद होकर सुन्दर तथा साफ हो जाते है। इस प्रक्रिया के बाद रेशे मुलायम हो जाते हैं।
(ii) वाष्पित घोलक द्वारा धुलाई (Scouring by Volatile Solvent) - इस प्रक्रिया द्वारा रेशों में उपस्थित ग्रिस, चिकनाई, तेल आदि को हटाया जाता है। इस प्रक्रिया को करने के लिए वाष्पित घोलक जैसे बेंजीन (Benzene), पेट्रोलियम (Petroleum), नेफ्था (Neptha), कार्बन टेट्रा क्लोराइड (Carbon Tetrachloride) आदि के घोल में ऊनी रेशों को डाला जाता है। इसमें चिकनाई घुल जाती है और रेशे इस प्रक्रिया के बाद साफ, स्वच्छ एवम् नरम हो जाते हैं।
(iii) कार्बोनाइजिंग (Carbonizing) - अगर साबुन के घोल तथा वाष्पित घोलकं विधि के द्वारा रेशे साफ नहीं हो पाते हैं तो रेशों को साफ करने के लिए कार्बोनाइजिंग विधि का उपयोग किया जाता है। जब रेशों में प्राकृतिक अशुद्धियाँ (Natural Impurities) रह जाती है तो इन अशुद्धियों को दूर करने के लिए सल्फ्यूरिक अम्ल (H SO) 24 अथवा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCI) से धोया जाता है। इस प्रक्रिया को ही "कार्बोनाइजिंग प्रक्रिया" कहते हैं। इससे सभी प्रकार की अशुद्धियाँ नष्ट हो जाती हैं तथा रेशे स्वच्छ तथा हल्के हो जाते हैं।
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- प्रश्न- विभिन्न प्रकार की बुनाइयों को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 1. स्वीवेल बुनाई, 2. लीनो बुनाई।
- प्रश्न- वस्त्रों पर परिसज्जा एवं परिष्कृति से आप क्या समझती हैं? वस्त्रों पर परिसज्जा देना क्यों अनिवार्य है?
- प्रश्न- वस्त्रों पर परिष्कृति एवं परिसज्जा देने के ध्येय क्या हैं?
- प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (1) मरसीकरण (Mercercizing) (2) जल भेद्य (Water Proofing) (3) अज्वलनशील परिसज्जा (Fire Proofing) (4) एंटी-सेप्टिक परिसज्जा (Anti-septic Finish)
- प्रश्न- परिसज्जा-विधियों की जानकारी से क्या लाभ है?
- प्रश्न- विरंजन या ब्लीचिंग को विस्तापूर्वक समझाइये।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा (Finishing of Fabrics) का वर्गीकरण कीजिए।
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- प्रश्न- सिंजिइंग पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- साइजिंग को समझाइये।
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- प्रश्न- परिसज्जा के आधार पर कपड़े कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- कार्य के आधार पर परिसज्जा का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- स्थायित्व के आधार पर परिसज्जा का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा (Finishing of Fabric) किसे कहते हैं? परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- स्काउअरिंग (Scouring) या स्वच्छ करना क्या होता है? संक्षिप्त में समझाइए |
- प्रश्न- कार्यात्मक परिसज्जा (Functional Finishes) किससे कहते हैं? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- रंगाई से आप क्या समझतीं हैं? रंगों के प्राकृतिक वर्गीकरण को संक्षेप में समझाइए एवं विभिन्न तन्तुओं हेतु उनकी उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- कपड़ों की घरेलू रंगाई की विधि की व्याख्या करें।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा रंगों द्वारा कैसे की जाती है? बांधकर रंगाई विधि का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बाटिक रंगने की कौन-सी विधि है। इसे विस्तारपूर्वक लिखिए।
- प्रश्न- वस्त्र रंगाई की विभिन्न अवस्थाएँ कौन-कौन सी हैं? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों की रंगाई के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- डाइरेक्ट रंग क्या हैं?
- प्रश्न- एजोइक रंग से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- रंगाई के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? संक्षिप्त में इसका वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- प्राकृतिक डाई (Natural Dyes) के क्या-क्या उपयोग होते हैं?
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- प्रश्न- स्टेन्सिल छपाई का क्या आशय है। स्टेन्सिल छपाई के लाभ व हानियों का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- पॉलीक्रोमैटिक छपाई (Polychromatic Printing) क्या होती है? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- भारत की परम्परागत कढ़ाई कला के इतिहास पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सिंध, कच्छ, काठियावाड़ और उत्तर प्रदेश की चिकन कढ़ाई पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
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- प्रश्न- पंजाब की फुलकारी कशीदाकारी एवं बाग पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
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- प्रश्न- जरदोजी कढ़ाई का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
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- प्रश्न- भारत के परम्परागत वस्त्रों का उनकी कला तथा स्थानों के संदर्भ में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चन्देरी साड़ी का इतिहास व इसको बनाने की तकनीक बताइए।
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- प्रश्न- टाई एण्ड डाई को विस्तार से समझाइए |
- प्रश्न- कढ़ाई कला के लिए प्रसिद्ध नगरों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पटोला वस्त्रों का निर्माण भारत के किन प्रदेशों में किया जाता है? पटोला वस्त्र निर्माण की तकनीक समझाइए।
- प्रश्न- औरंगाबाद के ब्रोकेड वस्त्रों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- गुजरात के प्रसिद्ध 'पटोला' वस्त्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पुरुषों के वस्त्र खरीदते समय आप किन बातों का ध्यान रखेंगी? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों के चुनाव को प्रभावित करने वाले तत्वों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- फैशन के आधार पर वस्त्रों के चुनाव को समझाइये।
- प्रश्न- परदे, ड्रेपरी एवं अपहोल्स्ट्री के वस्त्र चयन को बताइए।
- प्रश्न- वस्त्र निर्माण में काम आने वाले रेशों का चयन करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
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- प्रश्न- गृहोपयोगी लिनन (Household linen) का चुनाव करते समय किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है?
- प्रश्न- व्यवसाय के आधार पर वस्त्रों के चयन को स्पष्ट कीजिए।
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- प्रश्न- अवसर के अनुकूल वस्त्रों का चयन किस प्रकार करते हैं?
- प्रश्न- मौसम के अनुसार वस्त्रों का चुनाव किस प्रकार करते हैं?
- प्रश्न- वस्त्रों का प्रयोजन ही वस्त्र चुनाव का आधार है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बच्चों हेतु वस्त्रों का चुनाव किस प्रकार करेंगी?
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- प्रश्न- फैशन एवं बजट किस प्रकार वस्त्रों के चयन को प्रभावित करते हैं? समझाइये |
- प्रश्न- लिनन को पहचानने के लिए किन्ही दो परीक्षणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ड्रेपरी के कपड़े का चुनाव कैसे करेंगे? इसका चुनाव करते समय किन-किन बातों पर विशेष ध्यान दिया जाता है?
- प्रश्न- वस्त्रों की सुरक्षा एवं उनके रख-रखाव के बारे में विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रों की धुलाई के सामान्य सिद्धान्त लिखिए। विभिन्न वस्त्रों को धोने की विधियाँ भी लिखिए।
- प्रश्न- दाग धब्बे कितने वर्ग के होते हैं? इन्हें छुड़ाने के सामान्य निर्देशों को बताइये।
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- प्रश्न- ड्राई धुलाई से आप क्या समझते हैं? गीली तथा शुष्क धुलाई में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- वस्त्रों को किस प्रकार से संचयित किया जाता है, विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों को घर पर धोने से क्या लाभ हैं?
- प्रश्न- धुलाई की कितनी विधियाँ होती है?
- प्रश्न- चिकनाई दूर करने वाले पदार्थों की क्रिया विधि बताइये।
- प्रश्न- शुष्क धुलाई के लाभ व हानियाँ लिखिए।
- प्रश्न- शुष्क धुलाई में प्रयुक्त सामग्री व इसकी प्रयोग विधि को संक्षेप में समझाइये?
- प्रश्न- धुलाई में प्रयुक्त होने वाले सहायक रिएजेन्ट के नाम लिखिये।
- प्रश्न- वस्त्रों को स्वच्छता से संचित करने का क्या महत्व है?
- प्रश्न- वस्त्रों को स्वच्छता से संचयित करने की विधि बताए।